छत्रपति शिवाजी जयंती: वीरता और स्वाभिमान का प्रतीक Shivaji Jayanti

Shivaji Jayanti
Shivaji Jayanti

19 फरवरी आज पूरे देश में छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है। महाराष्ट्र समेत पूरे भारत में यह दिन वीरता, शौर्य और स्वाभिमान के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। छत्रपति शिवाजी महाराज केवल एक महान योद्धा ही नहीं, बल्कि एक कुशल शासक और रणनीतिकार भी थे। उन्होंने मराठा साम्राज्य की नींव रखी और स्वराज्य की स्थापना की। उनकी वीरता, नीति, और प्रशासनिक कौशल आज भी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। जय भवानी! जय शिवाजी!

देशभर में शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर भव्य समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। महाराष्ट्र में कई स्थानों पर शोभायात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और व्याख्यानों का आयोजन किया गया है। मुंबई, पुणे, और रायगढ़ जैसे ऐतिहासिक स्थलों पर विशेष श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने भी ट्वीट कर शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि दी और उनके विचारों को आत्मसात करने का आह्वान किया। सोशल मीडिया पर #ShivajiJayanti ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग उनके साहसिक कार्यों और नीतियों की सराहना कर रहे हैं।

छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती हर साल दो तिथियों पर मनाई जाती है – ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार 19 फरवरी और हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन कृष्ण पक्ष तृतीया को। इस वर्ष भी दोनों तिथियों पर भव्य आयोजन हो रहे हैं।

शिवाजी महाराज का जीवन न केवल मराठा इतिहास बल्कि पूरे भारतीय इतिहास में प्रेरणादायक रहा है। उनकी गोरिल्ला युद्ध नीति, प्रशासनिक सुधार और न्यायप्रियता आज भी प्रासंगिक हैं। उनकी जयंती हमें यह सिखाती है कि सच्चे नेतृत्व और साहस से किसी भी परिस्थिति में विजय प्राप्त की जा सकती है।

जय भवानी! जय शिवाजी!