हरिहर किला भारत के महाराष्ट्र के नासिक जिले से 40 किमी, इगतपुरी से 48 किमी, घोटी से 40 किमी दूर स्थित यह किला है। इसका निर्माण गोंडा घाट से व्यापार मार्ग को देखने के लिए किया गया था।
हरिहर किले में कौन से भगवान हैं?
हरिहर किला पर भगवान हनुमान और भगवान शिव का एक छोटा सा मंदिर है। इस मंदिर के सामने एक छोटा सा तालाब भी है।
हरिहर किले का मालिक कौन है?
हरिहर किला एक प्राचीन पहाड़ी किला है जो भारत के महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है। इसका निर्माण यादव वंश के दौरान किया गया था। मराठा साम्राज्य के नियंत्रण में आने से पहले 17वीं शताब्दी में किले पर मुगल साम्राज्य ने कब्ज़ा कर लिया था।
क्या हरिहर किले पर चढ़ना कठिन है?
हरिहर किला की ट्रेक कि दूरी एक तरफ 3.5 किमी है। यह ट्रेक ज़्यादा लंबी दूरी नहीं है, लेकिन प्रतिष्ठित सीढ़ियों के से लगभग खड़ी चढ़ाई विशेष रूप से मानसून के दौरान काफी चुनौतीपूर्ण हो सकती है।अंतिम के 200 फीट की सीढ़ी 80 डिग्री पर झुकी हुई चट्टानों को काटकर बनाई गई है खड़ी सीढ़ियों के कारण चढ़ाई कठिन हो जाती है।
कौन सा पर्वत में हरिहर किला है?
हरिहर किला जिसे हर्ष गढ़ के नाम से भी जाना जाता है त्र्यंबकेश्वर पर्वत श्रृंखला में स्थित है। हरिहर किला समुद्र तल से 1,120 मीटर (3,676 फीट) ऊपर है।
हरिहर किले पर चढ़ने में कितना समय लगता है?
हरिहर किला ट्रेक मे चढ़ने के लिए 3~4 घंटे का समय लगता है
हरिहर किले के ऊपर क्या है?
आप एक पतली मार्ग से किले के शीर्ष तक पहुंच सकते हैं।ऊपर में कुछ तालाब और मंदिर है और ऊपर से त्र्यंबकेश्वर क्षेत्र का पूरा 360° नजारा देखने को मिलता है।
हरिहर किले में कितनी सीढ़ियाँ हैं?
हरिहर किला का ट्रेक छोटा है लेकिन बहुत कठिन भी है। अंतिम के 200 फीट की सीढ़ियों खड़ी चट्टानों को काटकर बनाई गई है,चढ़ाई के समय मध्य में एक घबराहट होती है। कुल मिलाकर लगभग 200 सीढ़ियाँ हैं, जो 80 डिग्री पर झुकी हुई हैं।