कोणार्क सूर्य मंदिर भारत के ओडिशा में स्थित एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। इसे 13वीं शताब्दी में बनाया गया था और यह हिंदू सूर्य देवता सूर्य को समर्पित है। मंदिर का डिज़ाइन सूर्य के रथ का प्रतिनिधित्व करता है जिसमें 12 जोड़ी नक्काशीदार पहिये और जटिल पत्थर की नक्काशी है जो जीवन और पौराणिक कथाओं के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती है। यह अपनी वास्तुकाल और येतिहासिक पारम्परिक के लिए प्रसिद्ध है। यह सूर्य देव का एक प्रसिद्ध मंदिर है, यहाँ हर वर्ष लाखों पर्यटक घूमने आते है।
कोणार्क सूर्य मंदिर कहाँ है?
कोणार्क सूर्य मंदिर भारत देश के ओड़िसा राज्य के कोणार्क शहर में स्थित है।
कोणार्क सूर्य मंदिर कैसे जाये?
कोणार्क सूर्य मंदिर के दर्शन के लिए आप भारत के ओडिशा राज्य के कोणार्क शहर में आना होगा । यह पुरी से लगभग 35 किलोमीटर उत्तर पूर्व और ओड़िसा की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 65 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। आप सड़क, रेल या हवाई मार्ग से कोणार्क पहुंच सकते हैं कोणार्क पहुंचने पर, मंदिर तक स्थानीय परिवहन या पैदल मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
निकटतम हवाई अड्डा भुवनेश्वर में है।
निकटतम रेलवे स्टेशन पुरी रेलवे स्टेशन है, जो लगभग 35 किलोमीटर दूर है।
कोणार्क सूर्य मंदिर कब बना है?
भारत के ओडिशा राज्य में स्थित कोणार्क सूर्य मंदिर का निर्माण 13वीं शताब्दी के दौरान किया गया था।
कोणार्क सूर्य मंदिर किसने बनाया है?
कोणार्क सूर्य मंदिर का निर्माण 13वीं शताब्दी में पूर्वी गंगा राजवंश के प्रथम राजा नरसिम्हदेव द्वारा किया गया था।
कोणार्क सूर्य मंदिर कब खुलेगा ?
ओडिशा में कोणार्क सूर्य मंदिर के जगमोहन या मुखशाला परिसर से बालू को हटाया जाएगा। 118 साल के बाद फिर सूर्य मंदिर के मुखशाला को खोला जाएगा।