
वृन्दावन भारत के उत्तर प्रदेश में एक पवित्र शहर है। भगवान कृष्ण ने अपना बचपन यहीं बिताया था। यह मंदिरों का घर है, जिनमें से कई मंदिर कृष्ण और देवी राधा को समर्पित हैं। बांके बिहारी मंदिर में भगवान कृष्ण की मूर्ति के सामने का पर्दा हर कुछ मिनटों में खोला और बंद किया जाता है। वृंदावन आनंदमय होली समारोहों के लिए प्रसिद्ध है, जो दुनिया भर से लोगों को आकर्षित करता है। उत्सव में आम तौर पर पारंपरिक अनुष्ठान, गायन, नृत्य और गुलाल लगाया जाता है और होली मनाया जाता है। यह वास्तव में भारत में होली की भावना और सांस्कृतिक महत्व के सार को दर्शाता है। इस वर्ष होली 25 मार्च को है और हर वर्ष की भाति इस वर्ष भी धूम धाम से मनाया जाएगा। बांके बिहारी मंदिर के अलावा, मथुरा और वृन्दावन के अन्य सभी प्रमुख कृष्ण मंदिरों में पूरे सप्ताह होली विशेष उत्सव चलते रहते हैं। ब्रज में गुलाल-कुंड भी वृन्दावन होली मनाने के लिए एक और दिलचस्प जगह है। यह गोवर्धन पहाड़ी के पास एक छोटी सी झील है। लट्ठमार होली हर साल होली के त्योहार के समय बरसाना और नंदगांव में खेला जाता है, इस समय हजारों श्रद्धालु और पर्यटक देश-विदेश से इस त्योहार में भाग लेने के लिए पहुंचते हैं. यह त्योहार लगभग एक सप्ताह तक चलता है और रंग पंचमी के दिन समाप्त हो जाता है। पूरे भारत में मनाया जाने वाला यह हिंदू त्योहार मथुरा (भगवान कृष्ण की जन्मस्थली) की तुलना में कहीं अधिक जोश और भावना के साथ मनाया जाता है । इसे भारत में होली मनाने के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक माना जाता है।
वृंदावन होली (vrindavan holi) मनाने कैसे जाएँगे?
आपको पहले भारत के उत्तरप्रदेश राज्य में आना होगा
होली 2024 की तिथि | Holi 2024 Date?
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त देररात 11 बजकर 13 मिनट से शुरू होगा और 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा. यानी पूरे 1 घंटे और 14 मिनट तक होलिका जलाई जा सकेगी और होलिका दहन की पूजा संपन्न की जाएगी. होलिका दहन 24 मार्च के दिन है इस चलते होली 25 मार्च, सोमवार के दिन खेली जाएगी ।